
इस्तांबुल में शांति वार्ता: पुतिन और ट्रंप की अनुपस्थिति
15 मई 2025 को तुर्की के इस्तांबुल में रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति वार्ता आयोजित की गई। हालांकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस वार्ता में भाग लेने से इनकार कर दिया और उनकी ओर से एक निम्न-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजा गया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने पुतिन के साथ सीधे बातचीत की इच्छा जताई थी, लेकिन पुतिन की अनुपस्थिति के कारण वार्ता की प्रभावशीलता पर सवाल उठे हैं। (YouTube, India TV)
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पहले वार्ता में भाग लेने की संभावना जताई थी, लेकिन पुतिन की अनुपस्थिति के कारण उन्होंने भी इसमें हिस्सा नहीं लिया।
संघर्ष विराम की चुनौतियाँ
हालांकि, रूस और यूक्रेन के बीच काला सागर क्षेत्र में जहाजों पर सैन्य हमले नहीं करने पर सहमति बनी है, जिसे संघर्ष विराम की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। इसके बावजूद, व्यापक संघर्ष विराम के लिए कई चुनौतियाँ बनी हुई हैं, जैसे कि नाटो की सदस्यता को लेकर रूस की आपत्तियाँ और दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी। (Jansatta, Jansatta)
युद्ध की वर्तमान स्थिति
रूस ने हाल ही में यूक्रेन के नीप्रो शहर में एक क्लिनिक पर मिसाइल हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हुए। इसके अलावा, रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिससे नागरिकों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुँचा है। (आज तक, Wikipedia)
निष्कर्ष
यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता की पहलें जारी हैं, लेकिन पुतिन और ट्रंप जैसे प्रमुख नेताओं की अनुपस्थिति और युद्धविराम की शर्तों पर असहमति के कारण इन प्रयासों की सफलता अनिश्चित बनी हुई है। दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की भूमिका इस संघर्ष के समाधान में महत्वपूर्ण हो सकती है|