🏛️ सरकारी रोजगार योजनाएँ

भारत सरकार ने बेरोजगारी को कम करने और रोजगार सृजन के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं:

  1. आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना (ABRY): इस योजना का उद्देश्य पोस्ट-कोविड रिकवरी चरण में रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है। Directorate General of Employment
  2. प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना (PMRPY): यह योजना नियोक्ताओं को नए कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
  3. दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY): इस योजना के तहत गरीब ग्रामीण युवाओं को कौशल प्रदान कर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं। e-Shram
  4. मनरेगा (MGNREGA): यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में 100 दिनों का गारंटीकृत रोजगार प्रदान करती है।

🏭 हालिया रोजगार सृजन पहलें

  1. उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर प्लांट: भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश के जेवर में 3706 करोड़ रुपये की लागत से सेमीकंडक्टर पार्क की स्थापना को मंजूरी दी है, जिससे लगभग 2000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। Navbharat Times+1Navbharat Times+1
  2. मनरेगा बजट में वृद्धि: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मनरेगा के बजट को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक रोजगार के अवसर सृजित हो सकें। Navbharat Times

🌟 प्रेरणादायक स्वरोजगार कहानियाँ

  1. ‘नमकवाली’ ब्रांड: उत्तराखंड की शशि बहुगुणा रतूड़ी ने ‘नमकवाली’ ब्रांड की स्थापना की, जिससे 110 गांवों की 500 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिला है। Navbharat Times
  2. बिहार में बैग फैक्ट्री: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के मोहम्मद नूरैज ने ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के तहत एक बैग फैक्ट्री शुरू की, जिससे 100 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। Navbharat Times

📊 निष्कर्ष

भारत में रोजगार की स्थिति में सुधार के लिए सरकारी योजनाओं, निजी प्रयासों और सामाजिक पहलों का समन्वय आवश्यक है। कौशल विकास, स्वरोजगार को बढ़ावा देना और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

यदि आप किसी विशेष योजना के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं या आवेदन प्रक्रिया जानना चाहते हैं, तो कृपया बताएं।

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